छत्तीसगढ़मनेंद्रगढ़-चिरमीरी-भरतपुर

मनेंद्रगढ़ के चैनपुर से चिरमिरी के साजापहाड़ पहुंच मार्ग का होगा उन्नयन और चौड़ीकरण।

मनेंद्रगढ़ के चैनपुर से चिरमिरी के साजापहाड़ पहुंच मार्ग का होगा उन्नयन और चौड़ीकरण।

Picsart_24-11-25_22-57-14-483 मनेंद्रगढ़ के चैनपुर से चिरमिरी के साजापहाड़ पहुंच मार्ग का होगा उन्नयन और चौड़ीकरण।मनेंद्रगढ़ के चैनपुर से चिरमिरी के साजापहाड़ पहुंच मार्ग का होगा उन्नयन और चौड़ीकरण।

17.40 किमी लंबी सड़क के लिए 40 करोड़ 87 लाख रूपए की मिली प्रशासकीय स्वीकृति।

 

क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल के प्रयासों से संवर रहा है मनेंद्रगढ़।

 

  • 65f57510-ab41-4bca-980f-e156c60b9f32 मनेंद्रगढ़ के चैनपुर से चिरमिरी के साजापहाड़ पहुंच मार्ग का होगा उन्नयन और चौड़ीकरण।

  • 65f57510-ab41-4bca-980f-e156c60b9f32 मनेंद्रगढ़ के चैनपुर से चिरमिरी के साजापहाड़ पहुंच मार्ग का होगा उन्नयन और चौड़ीकरण।

एमसीबी, 25 नवंबर 2024/

मनेंद्रगढ़ के स्थानीय विधायक और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने क्षेत्र के लोगों से ये वायदा किया था कि मूल सुविधाओं की कमी को दूर करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। अपने वायदे के अनुरूप श्याम बिहारी जायसवाल ने स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में क्षेत्र में लगातार नए मानकों को स्थापित करने का कार्य किया है। इसी कड़ी में श्याम बिहारी जायसवाल ने क्षेत्र के लोगों की सुविधाजनक आवागमन को लेकर भी अपने प्रयासों से बड़ी सौगात दिलायी है। इसी कड़ी में मनेंद्रगढ़ के चैनपुर से चिरमिरी के साजापहाड़ तक 17.40 किमी लंबे सड़क मार्ग के उन्नयन और चौड़ीकरण के लिए श्याम बिहारी जायसवाल के प्रयासों से 40 करोड़ 87 लाख रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है। स्वास्थ्य मंत्री ने प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान करने के लिए वित्त मंत्री ओपी चौधरी का आभार प्रकट करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ की सरकार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में विकास कार्य करने के लिए कृतसंकल्पित है।

 

वर्ष 2003 के पहले रायपुर और राज्य के अन्य प्रांतों से मनेंद्रगढ़ तक पहुंचने का सबसे बड़ा साधन रेल मार्ग ही था। यहां की सड़कों की हालत इतनी खराब थी कि लोगों ने सड़कों पर चलना ही छोड़ दिया था। क्षेत्र के लोंगो द्वारा लंबे समय से मनेंद्रगढ़ के साजापहाड़ से चिरमिरी के चैनपुर तक सड़क निर्माण की मांग उठती रही। ऐसा होने से दोनों शहरों के बीच की न सिर्फ दूरी कम होती बल्कि आवागमन की सुविधा बेहतर होने से व्यापार और शिक्षा के स्तर में भी वृद्धि होती। लेकिन छत्तीसगढ़ निर्माण के तीन वर्षों तक तत्कालीन कांग्रेस सरकार व उनके स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने दोनों शहरों को जोड़ने की दिशा के कोई काम नहीं किया । जबकि ये मांग काफी छोटी और बहुप्रतिक्षित थी।

 

इसके बाद 2003 में छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनी और औक क्षेत्र के लोगों को नई उम्मीद नजर आई। तत्कालीन विधायक दीपक कुमार पटेल जी ने इस महत्वपूर्ण सड़क के निर्माण के लिए प्रयास किया गया और साल 2010 में इसका निर्माण कार्य प्रारंभ होकर पोड़ी चौक से साजापहाड़ की सीमा तक 10 किमी लंबे सड़क का निर्माण हुआ। उस वक्त वन विभाग की अनुमति न मिलने से काम पूरा नही हो पाया। इस अधूरी सड़क के निर्माण को पूरा करने का जिम्मा साल 2013 में तत्कालीन विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने अपने हाथों में लेते हुए वन विभाग की परेशानियों को विधानसभा में उठाया और तत्कालीन लोक निर्माण मंत्री से चर्चा कर नवीन सड़क निर्माण कार्य की स्वीकृति दिलवाई।

 

नवीन सड़क का कार्य साल 2014 में प्रारंभ हुआ और 6 माह के भीतर दोनों शहर आपस में जुड़ गए। इससे चिरमिरी-मनेन्द्रगढ़ की मुख्य सड़क यही बन गयी। समय के साथ इस सड़क पर आवागमन का दबाव बढ़ा और लोगों की मांग उठने लगी कि इसका चौड़ीकरण किया जाए। क्षेत्र के लोगों की मांग पर स्थानीय विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने वर्ष 2017-18 के बजट में इस सड़क के चौड़ीकरण कार्य की स्वीकृति विधानसभा में करा ली। लेकिन वर्ष 2018 में कांग्रेस की सरकार के सत्ता में आने के बाद इस सड़क की चौड़ीकरण का कार्य फिर रूक गया और सड़क के चौड़ीकरण की प्रशासकीय स्वीकृति भी फाइलों में ही अटक कर रह गयी।

 

लेकिन समय एक बार फिर बदला और वर्ष 2023 में भाजपा सरकार की फिर से वापसी हुई। इसके साथ ही स्थानीय और लोकप्रिय विधायक श्याम बिहारी जायसवाल को भी प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री का दायित्व दिया गया। श्याम बिहारी जायसवाल पर पूरे प्रदेश का जिम्मा है इसके बाद भी वो मनेंद्रगढ़ के लोगों की समस्या का निराकरण सबसे पहले करने की कोशिश करते हैं। श्याम बिहारी जायसवाल के प्रयासों का ही का नतीजा है कि वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने मनेंद्रगढ़ चैनपुर से चिरमिरी साजापहाड़ की 17.40 किमी लंबी सड़क की पुल पुलिया सहित चौड़ीकरण एवं उन्नयन कार्य की प्रशासकीय स्वीकृति 40 करोड़ 87 लाख रूपए प्रदान कर दी है

राकेश सिंह की रिपोर्ट

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!