पटवारी और तहसीलदार ने 10 एकड़ से भी अधिक गौचर भूमि का बना दिया पट्टा । पट्टे में स्कूल परिसर को भी नही छोड़ा । अब ग्रामीण कर रहे विरोध ।*
आँख में पट्टी बांधकर गोचर भुमी पर स्थित स्कुल परिसर का बना डाला पट्टा भविष्य में बच्चे कहाँ जाएंगे विद्या अध्ययन करने
*बलरामपुर* – जिले के वाड्रफनगर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत सरना में बडा़ गड़-बड़ घोटाला का मामला सामने आया है। पंचायत की सुविधा के लिए गोचर भुमी के नाम पर शासकीय भुमी के नाम पर छोड़ा गया था कि पंचायत के द्वारा पंचायत भवन स्कुल भवन और आँगनवाड़ी भवन बना सकें परन्तु ग्रामीणो के द्वारा पटवारी और तहसीलदार सें मिली भगत कर गोचर भुमी को भी नही छोड़ा ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत सरना में स्थित भुुमी क्रमांक 513 जिसमें वर्तमान में माध्यमिक शाला भी स्थित है राजस्वव रिकार्ड में वर्ष 2018 तक गौचर की भूमि थी , और अब भू माफियाओं , ने इस जमीन को अपने नाम पर दर्ज करा लिया है ।
हैरानी की बात तो यह है कि वाड्रफनगर के वर्तमान तहसीलदार मोईनुद्दीन खान ने इस जमीन पर प्रकरण चला कर दो लोगों का नाम काटने का आदेश भी कर दिया लेकिन यह फर्जी वाड़ा उनके संज्ञान में नहीं आया ।
सूत्रों की मानें तो वर्ष 2018-19 में रघुनाथनगर तहसील कार्यालय से कमलपुर और सरना ग्राम पंचायत में लगभग 50 एकड़ से अधिक गौचर की भूमि का फर्जी पट्टा बनाया गया है , आप को जानकर हैरानी होगी कि कमलपुर ग्राम पंचायत में तो गौचर की भूमि का रजिस्ट्री भी करा लिया गया है। मामला जब ग्रामीणों के संज्ञान में आया तो अब ग्रामीण पट्टा निरस्त करने और दोषियों पर कार्यवाही की मांग को लेकर आंदोलन करने की तैयारी में हैं ।