राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में मनाया गया।
आपको बता दे बैकुंठपुर कोरिया/ 2 अक्टूबर को हम महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाते हैं। यह दिन न केवल भारत के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह विश्व स्तर पर भी शांति और अहिंसा का प्रतीक है।
कांग्रेस के पदाधिकारी एवं कार्यकताओं ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 155वीं जयंती एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लालबहादुर शास्त्री जी की 120वीं जयंती को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में मनाया गया।
देश की आजादी के महानायकों को याद करते हुए कहा की महात्मा गांधी का जीवन हमें यह सिखाता है कि कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य, सत्य और अहिंसा से विजय प्राप्त की जा सकती है। उनकी शिक्षाएं आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं, जितनी उनके समय में थीं।
गांधी जयंती पर हम सभी उनके विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करें और एक शांतिपूर्ण, समृद्ध और समावेशी समाज के निर्माण में योगदान दें। तथा देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री जी का सादा जीवन, कर्तव्यनिष्ठा, और ‘जय जवान, जय किसान’ का संदेश आज भी हमें देश सेवा और सशक्तिकरण की प्रेरणा देता है। उनका सरल, सहज जीवन सदैव हम सभी को मां भारती की सेवा में समर्पित रहने की शिक्षा प्रदान करता रहेगा।
इस दिन को मनाते हुए हमें उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प लेना चाहिए। आइए, हम सब मिलकर शांति, सहिष्णुता और एकता के मार्ग पर आगे बढ़ें, ताकि हम उनके सपनों के भारत का निर्माण कर सकें।
इस अवसर पर:- पूर्व जिलाध्यक्ष नजीर अजहर, पीसीसी सदस्य योगेश शुक्ला, वरिष्ठ कांग्रेसी मुख्तार अहमद, महामंत्री बृजवासी तिवारी, ब्लॉक अध्यक्ष अजय सिंह, शैलेंद्र सिंह, चंद्रप्रकाश राजवाड़े, विकाश श्रीवास्तव, प्रवीर भट्टाचार्य, गणेश राजवाड़े, संगीता राजवाड़े, रवि राजवाड़े, अशीष डबरे, राजीव गुप्ता, रामसाय सोरी एवं अन्य कांग्रेसजन मौजूद रहे।
राकेश सिंह की रिपोर्ट