तुलसी गुफा में धूमधाम से मनाई गई तुलसी जयंती
तुलसी गुफा में धूमधाम से मनाई गई तुलसी जयंती
तुलसी गुफा में धूमधाम से मनाई गई तुलसी जयंती
चित्रकूट। तुलसी जयंती के अवसर पर सिद्ध पीठ तुलसी गुफा तोता मुखी हनुमान मंदिर में धूमधाम से गोस्वामी तुलसीदास की जयंती बनाई गई। इस अवसर पर अखंड रामचरितमानस का पाठ हवन एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।
तुलसी गुफा के महंत मोहित दास ने बताया कि गोस्वामी तुलसीदास का जन्म 1554 में राजापुर नामक ग्राम चित्रकूट जिला में हुआ। जहां बचपन में उनका राम बोल के नाम से जाना जाता था। नरहरि दास के यहां विद्या ग्रहण करने के बाद नरहर दास द्वारा तुलसीदास नाम रखा गया। गुरूजी द्वारा विवाह के बाद तुलसीदास को पत्नी से भक्ति का मार्ग मिला। भगवान को खोजते चित्रकूट पहुंचे और यहीं पर तुलसी गुफा बनाकर तुलसीदास ने 21 वर्ष तपस्या की। तुलसीदास चंदन घिस रहे थे कि एक दिन बालक के रूप में भगवान आए चंदन लगाने के लिए मांगा, लेकिन तुलसी पहचान नहीं पाए। इस समय तोता बनकर हनुमान जी ने तुलसीदास को दोहा सुनाया। चित्रकूट के घाट पर भाई संतन की भीर, तुलसीदास चंदन घिसे तिलक देते हुए इसी सिद्ध पीठ तुलसी गुफा में तुलसीदास को संवत 1607 में भगवान श्री राम का दर्शन हुआ। आज भी तोतामुखी हनुमान जी का दिव्य दर्शन यहां होता है। इस अवसर पर एडीएम कुंवर बहादुर सिंह ने तुलसी गुफा में पूजा अर्चना की। इस मौके पर जिला पंचातय अध्यक्ष अशोक जाटव, नगर पालिका अध्यक्ष नरेंद्र गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्र प्रकाश खरे, अश्वनी अवस्थी, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष पंकज अग्रवाल आदि मौजूद रहे।