क्या जीत कर कांग्रेस आएगी या बीजेपी? विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों के मध्य घबराहट की स्थिति। कई बड़े अधिकारी भाजपा नेताओं के संपर्क में है
क्या जीत कर कांग्रेस आएगी या बीजेपी? विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों के मध्य घबराहट की स्थिति। कई बड़े अधिकारी भाजपा नेताओं के संपर्क में है
क्या जीत कर कांग्रेस आएगी या बीजेपी? विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों के मध्य घबराहट की स्थिति। कई बड़े अधिकारी भाजपा नेताओं के संपर्क में है
INDIA FIRST 24 NEWS
छ. ग विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुका है। 17 नवंबर को द्वितीय चरण के चुनाव संपन्न होने के बाद सभी राजनैतिक पार्टियों के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं द्वारा पूरे सप्ताह घर में रहकर आराम फरमाया गया। इस बीच दुर्गा पूजा एवं दीपावली पर्व संपन्न हुआ। चुनाव लड़ने वाले नेताओं द्वारा अपने पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं द्वारा विभिन्न वार्डों में उनकी स्थिति के संबंध में जानकारी हासिल करते देखे गए हैं। राजनैतिक पार्टियों के कुछ निष्ठावान पदाधिकारी अभी भी शहर के विभिन्न वार्डों का दौरा कर के आम जनता की राय लेते देखे जा रहे हैं। जहां तक सवाल है राजनैतिक पार्टियों का वे तो हार एवं जीत के भवर में फंसकर मतगणना तिथि 3 दिसंबर का इंतजार करते दुबले हो रहे हैं। परंतु सबसे खराब स्थिति प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों की है। हमारी न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम ने शासकीय कार्यालयो एवं पुलिस महकमे में दौरा की तो वहा काफी घबराहट की स्थिति है। सरकारी अधिकारी यह सोच रहे हैं कि यदि कांग्रेस सरकार रिपीट करती है तो क्या पहले जैसा ही चलेगा या काफी चेंजेज होंगे ? विधानसभा चुनाव के पहले सीएम भूपेश बघेल ने कुछ बड़े प्रशासनिक घपले एवं बड़े भ्रष्टाचार के मामले की जांच विधानसभा चुनाव के बाद करवाने की बात कही है। तो ऐसी स्थिति में घपले बाज अधिकारी डर डर कर जी रहे हैं। और इतना जरूर है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेताओं ने कांग्रेस नेताओं पर जो भ्रष्टाचार के रॉकेट दागे थे उससे स्थिति काफी खराब हो गई है। और आम जनता के दिमाग में भी यह बात घर कर गई है। वोट देने वाले साधारण जनता तो मस्त होकर घूम रहे हैं। परंतु अधिकारी काफी परेशान है। और कह रहे हैं कि यदि प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गई तो 5 साल तक भ्रष्टाचार के नाव में सवार होकर जनता को परेशान करने वाले अधिकारियों के नाव डूबने के संकेत आ रहे हैं। चुनाव के महा धुरंधर विश्लेषकों का मानना है की सन 2018 का विधानसभा चुनाव और सन 2023 का विधानसभा चुनाव में काफी अंतर है। उस वक्त कांग्रेस पार्टी ने 90 सीटों में 68 सीटों पर जबरदस्त जीत हासिल की थी। वहीं दूसरी ओर 15 वर्ष तक शासन करने वाले बीजेपी 15 सीटों में सिमट कर कर रह गई थी। परंतु 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की आपसी कलह कई महत्वपूर्ण सीटों को नुकसान पहुंचाएगी। इन्ही सब बातों से चिंतित प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस अधिकारी अत्यंत परेशान है। और कई बड़े प्रशासनिक अधिकारी भाजपा नेताओं के साथ मेल-जोल बढ़ाना शुरू कर दिए हैं।